हे मात गंगे तेरी महिमा बड़ी न्यारी है,
शंकर की प्यारी है गोरा की दुलारी है
भजे मन हर हर मेरा,
भजो हर हर हर गंगे,
हे मात गंगे तेरी महिमा बड़ी न्यारी है……
मां अमरकंठ से आई,
जग तारण को जगत तारिणी आई,
भजे मन हर हर मेरा भेजो हर हर हर गंगे,
हे मात गंगे तेरी महिमा बड़ी न्यारी है……
शिवजी की जटा में समाई,
गोरा जी ने पृथ्वी पर भिजवाई,
भजे मन हर-हर मेरा भजो हर हर हर गंगे,
हे मात गंगे तेरी महिमा बड़ी न्यारी है……
मां करती मगर सवारी,
मां अमृत के कलश हाथ में लाई,
भजे मन हर हर गम मेरा भजो हर हर हर गंगे,
हे मात गंगे तेरी महिमा बड़ी न्यारी है……
तेरे जल में जो भी नहाए,
वो धर्मी क्या पापी भीतर जाए,
बजे मन हर-हर मेरा वह जो हर हर हर गंगे,
हे मात गंगे तेरी महिमा बड़ी न्यारी है……